दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित जी की आज दूसरी पुण्यतिथि है, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई दिग्गज नेताओं ने शोक प्रकट कि।
शीला दीक्षित जी का जन्म पंजाब के कपूरथला में (31 मार्च 1938) मे हुआ था। जुलाई 20,2019 को दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
शीला दीक्षित की स्कूली शिक्षा दिल्ली के जीसस एण्ड मैरी स्कूल मे हुई, दिल्ली यूनिवर्सिटी के जाने माने कॉलेज मिरांडा हाऊस से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की थी। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्राचीन इतिहास की शिक्षा लेने के दौरान शीला दीक्षित की मुलाकात विनोद दीक्षित से हुई जो (उमा शंकर दीक्षित इंदिरा गांधी के केबिनेट में गृहमंत्री हुआ करते थे) के इकलौते बेटे थे। बाद मे विनोद दीक्षित और शीला दीक्षित शादी के बंधन में बंध गए।
शीला दीक्षित एक भारतीय राजनीतिज्ञ थीं, उन्होंने राजनीत मे 1984 में पहेली बार अपना कदम रखा। यूपी में 1984 से 1989 तक कन्नौज से सांसद रही। शीला दीक्षित ने राजीव गांधी मंत्रीमंडल में 1986 से 1989 तक राज्यमंत्री रही। 1984 से 1989 के बीच महिलाओं पर सयुक्त राष्ट्र आयोग मे भारत का प्रतिनिधित्व किया। 1998 में बीजेपी के लाल बिहारी तिवारी ने ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से हराया। बाद मे 1998 मे वो पहेली बार दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी। गोलमार्केट मे 1998 में शीला दीक्षित विधानसभा सीट से विधायक चुनी गई। 2003 और 2008 में वो नई दिल्ली सीट से चुनाव जीती। लगातार 15 सालों तक शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रही। उनके राज्य में दिल्ली ने खूब तरक्की की।
शीला दीक्षित ने दिल्ली वालो को मेट्रो वा फ्लाइओवर दिया। उन्होंने अपने नाम कई उपलब्धियां कमाई। 2013 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने शीला दीक्षित को 2500 वोटो से मात दी दिल्ली मे हर के बाद शीला दीक्षित जी ने इस्तीफा दे दिया।
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